तुझें मेनें संभाला हैं ... इस झूलें पर चलतें चलतें...
यूँहीं रहना मेरे साथ हमेशा तुम.... रहेंगें सदा हम हसतें हसतें...
तेरे साथ रहनें की तमना अब इस दिल में रोज आती हैं....
सांझ होतें ही तुझ से फ़िर जुदा होनें से बैचेनी बढ़ जाती हैं...
रात मुझे परेशान करती हैं.... सुबह मुझे हैरान करती हैं...
क्यों मुझे तड़पती हैं..... तू यूँहीं प्यार से डरतें डरतें....
यूँहीं रहना मेरे साथ हमेशा तुम.... रहेंगें सदा हम हसतें हसतें...
Sunday, January 11, 2009
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hey..........very nice..........Yeh who is mayank........lagta hai......best fr. hai......
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